जिस को भी देखो सत्ता म सुख पाने लिए बेताब होता जा रहा हैं। मानों सारी समस्याओं का समाधान सत्ता में छुपा रखा है। हाँ साथियो हमने आज सिर्फ अपना स्वार्थ देखा स्वार्थी होना ठीक है लेकिन इतना भी नही की देशवासियों पर हो रहे अत्याचार पर एक शब्द बोलने से पहले अपना नफा नुकसान तलाशा जाये। एक तरफ शिक्षा का निजीकरण हो रहा है दूसरी तरफ लोगो को मारा जा रहा है। कुछ चंद लोग इकट्ठा होकर अपनी आवाज़ हो बुलन्द करते है तो कोई साथ देने को तैयार नही होता है । 313 ने वक्त के बादशाहों के खिलाफ लोहा लिया था और देखते ही देखते 313 की कुर्बानी का असर पूरी दुनिया मे में मौजूद है। वर्तमान सरकार की राजनीति दलित , मुस्लिम आदिवासी विरोधी है। किसान विरोधी है मजदूर विरोधी है देश को पूंजीवादी ताकतों के हाथों में दे दिया गया है। आज देश का युवा दुसरो की हाथ की कठपुतली बन कर रह गया है । ऐसे लोगों के हाथ मे रिमोर्ट है जो नही चाहते देश का युवा कुछ नया सोचे अपने सपनो के भारत को देखे हमारी युवा पीढ़ी को ऐसे गड्ढे में धकेल जा रहा है जहां अंधकार ही अंधकाIर है। अपने सपनो का भारत जब भी सोचता हूँ तो चारो तरफ अब्दुल कलाम , आर्यभट्ट
तथाकथित सरकार अपने चुनावी मुद्दे को छोड़कर और सभी गैरजरुरी कामो पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही है। भाजपा ने चुनाव में अपना मुख्य मुद्दा महंगाई को खत्म करने का मुद्दा बनाया और बेरोजगार व्यक्तियों को हर साल 2.5 करोड़ नोकरी देने का वादा किया। जब देश सरकार से रोज़गार की बात करता है तो सरकार इस मुद्दे पर बात तक करने के लिए तैयार नही होती । "बादशाह कभी किसी से झुटा वादा नही करता जो झुटा वादा करता है वह कभी बादशाह नही हो सकता" मोदी जी में इस मुद्दे पर राजनीति नही कर रहा हूं आप ने जो भी वादे किए थे उन्हें पूरा करो बस ये ही मेरे कहने का मकसद है । देश सिर्फ कुछ परिवारों का होकर रह गया है मुझे आज भी याद है UPA 2 के वक्त गुजरात के मुख्यमंत्री पद पर होते हुए "रतन टाटा " को ट्वीट कर गुजरात आने का न्योता दे रहे थे , उसी का वायदा उठा कर 2014 में कारपोरेट घरानों को अपने साथ मे ले लिया 2019 में भाजपा संविधान को बदलने का सपना देख रही है ऐसा कभी नही हो सकता बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा लिखा हुआ संविधान ही हमारा संविधान होगा मनुस्मृति कभी नही होगा, तिरंगा ही मेरे देश का राष्ट्रीय ध्वज है
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